भजन, किसी भी भाषा में धार्मिक विषय या आध्यात्मिक विचारों के साथ बनाया गया भक्ति गीत होता है.
सोमवार, 16 दिसंबर 2024
कितना प्यारा है सिंगार | Kitana pyara hai singar
कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
सांवरिया तुमको किसने सजाया है,
तुझे सुन्दर से सुन्दर कजरा पहनाया है,
कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
केशर चन्दन तिलक लगाकर,
सज धज कर के बैठ्यो है,
लग गए तेरे चार चाँद जो,
पहले तो निहार
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
सांवरिया तेरा चेहरा चमकता है
तेरा कीर्तन बहुत बड़ा,
दरबार महकता है, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
किसी भगत से कह कर कान्हा,
काली टिकी लगवाले
या फिर तू बोले तो लेउ,
नूनराइ वार, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा हैं,
सांवरिया तेरे भगतो को तेरी फ़िक्र
कही लग ना जाये तुझे,
दुनिया की बुरी नज़र, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
पता नहीं तू किस रंग का है,
आज तलक ना जान सकी,
बनवारी हमने देखे है तेरे रंग हजार,
कितना प्यारा हैं,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
सांवरिया थोड़ा बच बच के रहना जी
कभी मान भी लो कान्हा,
भक्तो का कहना जी,
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
सांवरिया तेरा रोज करू श्रृंगार
कभी कुटिया में मेरे,
आजाओ एक बार, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन|| Aisi laagi lagan
है आँख वो जो श्याम का दर्शन किया करे
बेकार वो मुख है जो रहे व्यर्थ बातों में
मुख वो है जो हरी नाम का सुमिरन किया करे
हीरे मोती से नहीं शोभा है हाथ की
है हाथ जो भगवान् का पूजन किया करे
मर कर भी अमर नाम है उस जीव का जग में
प्रभु प्रेम में बलिदान जो जीवन किया करे
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी
महलों में पली बन के जोगन चली
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी
कोई रोके नहीं कोई टोके नहीं
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी
बैठी संतो के संग रंगी मोहन के रंग
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी
महलों में पली बन के जोगन चली
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
मीरा सागर में सरिता समाने लगी
राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया
मीरा सागर में सरिता समाने लगी
दुःख लाखों सहे मुख से गोविन्द कहे
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी
महलों में पली बन के जोगन चली
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन
बजती है ढोलक बजाने वाला चाहिए|| Bajati hai dholak bajane wala chahiye
बजती है ढोलक बजाने वाला चाहिए,
महाकाल के द्वार || Mahakal ke dwar
महाकाल के द्वार
महाशिवरात्रि का त्यौहार है
महाकाल के द्वार
लगा है भक्तो का जंघाट आज है
महाकाल के द्वार बाबा भोलेनाथ के दरबार
हो रही बम बम की जैकार है
महाशिवरात्रि का त्यौहार है
महाकाल के द्वार
लगा है भक्तो का जंघाट आज है
महाकाल के द्वार बाबा भोलेनाथ के दरबार
दूल्हा बनकर साजे है
सर पर पगड़ी साफा बांधें है
देखो अंग भभूति रमाये है
काल नाग गले लीपटाए है
सर पर चमचम चनदा भए है
रूद्र रूप बनाये है
महाकाल सरकार
महाकाल सरकार कालो के काल महाकाल
मेरे महाकाल सरकार
देखो कैसी लीला रचाये है
महाकाल संसार
महाशिवरात्रि का त्यौहार है
महाकाल के द्वार
लगा है भक्तो का जंघाट आज है
महाकाल के द्वार बाबा भोलेनाथ के दरबार
गूंजे शंख ध्वनि गरियाल बाजे
नारद लेकर विणा हाथ नाचे
बाजे डमरू और करताल बाजे
नंदी गण और भूत पिसाच नाचे
बाजे ढोल नगाड़े थाल बाजे
और ग्रह नाचे देदे ताल नाचे
बाजे झांझ मचिरे नाचे
महाकाल के दरबार
महाकाल के दरबार
तीनो लोक करे जय कार है
महाकाल तेरे द्वार
महाशिवरात्रि का त्यौहार है
महाकाल के द्वार
लगा है भक्तो का जंघाट आज है
महाकाल के द्वार बाबा भोलेनाथ के दरबार
महाकाल की नगरी उज्जैनी।
जहाँ साधु संत है दुनि रमाये अज़ाब निराले ठाठ
अलबेले संतो ने कैसा कैसा स्वाम
सर के बल पैर खड़ा है कोई
कोई लगा रहा है ध्यान
इस नहाने अच् मैं करे है कोई
घोट रहा है भाग
भोले की भक्ति में रमा हुआ है हर कोई इंसान
महाकाल के दीवानो की न पूछो
एक एक से कमाल
खुद गोष करे कोई बम बम बोले
जय जय श्री महाकाल
जय जय श्री महाकाल
शम्बू भोलेनाथ
कालो के काल महाकाल मेरे महाकाल सरकार
हो रही बम बम की जय कर महाकाल के द्वार
महाकाल संसार
महाशिवरात्रि का त्यौहार है
महाकाल के द्वार
रविवार, 15 दिसंबर 2024
लगन तुमसे लगा बैठे | Lagan Tumse Lagan Laga Baithe
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
कभी दुनिया से डरते थे,
छुप छुप याद करते थे,
लो अब परदा उठा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
कभी यह ख्याल था दुनिया,
हमें बदनाम कर देगी,
शर्म अब बेच खा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
दीवाने बन गए तेरे तो फिर,
दुनिया से क्या मतलब,
तेरी गलियो में आ बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
लगन तुमसे लगा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
जय जय पितरजी महाराज थारी बोलां जय जयकार|Jay Jay pitaraji Maharaj
जय जय पितरजी महाराज, थारी बोलां जय जयकार,
मन से ध्यावां मनावां, म्हारो करदो बेड़ा पार ।।
नित उठ थारो देवा, ध्यान लगावां,
लाड़ लड़ावां थानै, हाल सुनावां,
सुणज्यो म्हारी थे पुकार, टाबर बैठ्या भुजा पसार ।। १ ।।
बेगा सम्भालो आओ, देर ना लगावो,
बाट निहारां थारी, दरश दिखाओ,
म्हाने थारो ही आधार, थारै बिन कुण खेवनहार ।।२।।
देव हो दयालु थे तो, बड़ा दिलवाला,
आस लगाकर बैठ्या, बणो रखवाला,
दास ने थारी है दरकार, सूंपी थानै या पतवार ।।३।।
म्हारो श्याम बसे खाटु माहि, सालासर में बजरंगी,Mharo shyam base khatu mahi
देखे अजब नज़ारे,
कण कण में यहाँ आन बसे है,
इस धरती पर देव हमारे,
अपनी अपनी शोभा सबकी,
अपनी अपनी महिमा है,
कुदरत ने कर दिया यहाँ पर,
देखो अजब करिश्मा है॥ )
म्हारो श्याम बसे खाटु माहि, सालासर में बजरंगी,
राणी सती राज करे जी झुंझणु के माहि,
म्हारो श्याम बसे खाटू माहि…..
(तर्ज : ओ हो रे ताल मिले नदी के जल में)
हे गौरी सूत देव गजानन, ‘देवारा सिरमौर है’-2
मरुधर में धाम बणायो, ‘प्यारो रणथंबोर है’-2 (ओ भक्तो रे)
गणपति ने पूजे दुनिया घर घर माहि….
ओ सावलींयो सेठ पियारो, ‘मण्डफिया विराजे है’-2
नाथद्वारा श्रीनाथ को, ‘मंदिर यो साजे है’-2 (लो देखो रे)
भक्ता रा काज सवारे संकटये माए….
परबत पे शाकम्बरी माँ, ‘गोरिया में जिण धाम’-2
दो जाटी बालाजी को, ‘प्यारो सो एक धाम’-2 (ओ भक्तो रे)
अंजनी माँ को लाल बिराजे मेहंदीपुर माहि….
रुणिचे रामदेवजी, ‘पीरा को पीर है’-2
पूनरासर में बजरंगी, ‘वीरा को वीर है’-2 (ओ सुण जो रे)
करणी माता दर्शन देवे बीकानेर माए….
गलता जी पूण्य तीरथ है, ‘पुष्कर में ब्रम्हा धाम’-2
प्यारी प्यारी राधा सागे, ‘जयपुर में राधेश्याम’-2 (ओ श्याम रे)
निशदिन रास रचावे बालू रेत माए….
धोरा री धरती माहि, ‘सतियो का राज है’-2
राणी सती ढांढण सती, ‘राखे माँ लाज है’ (ओ दादी जी)
खेमी सती धोलीं सती, राखे माँ लाज है,
हर्ष देवी देव बिराजे राजस्थान माए….
शनिवार, 14 दिसंबर 2024
तोरा मन दर्पण कहलाये-bhajan
भले, बुरे, सारे कर्मों को,
देखे और दिखाए ॥
मन ही ईश्वर,
मन से बड़ा ना कोई,
मन उजियारा,
जब जब फैले,
जग उजियारा होए,
इस उजले दर्पन पर प्राणी,
धूल ना ज़मने पाए ॥
तोरा मन दर्पण कहलाये,
भले, बुरे, सारे कर्मों को,
देखे और दिखाए ॥
सुख की कलियाँ,
दुःख के काँटे,
मन सब का आधार,
मन से कोई बात छूपे ना,
मन के नैन हजार,
जग से चाहे भाग ले कोई,
मन से भाग ना पाए ॥
तोरा मन दर्पण कहलाये,
भले, बुरे, सारे कर्मों को,
देखे और दिखाए ॥
ठुमक चलत रामचंद्र-Ram bhajan
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
किलकि-किलकि उठत धाय, गिरत भूमि लटपटाय
धाय मात गोद लेत, दशरथ की रनियां
ठुमक चलत... बाजत पैंजनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
अंचल रज अंग झारि, विविध भांति सो दुलारि
विविध भांति सो दुलारि
तन मन धन वारि-वारि, तन मन धन वारि
तन मन धन वारि-वारि, कहत मृदु बचनियां
ठुमक चलत... बाजत पैंजनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
विद्रुम से अरुण अधर, बोलत मुख मधुर-मधुर
बोलत मुख मधुर-मधुर
सुभग नासिका में चारु, लटकत लटकनियां
ठुमक चलत... बाजत पैंजनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
तुलसीदास अति आनंद, देख के मुखारविंद
देख के मुखारविंद
रघुवर छबि के समान
रघुवर छबि के समान, रघुवर छबि बनियां
ठुमक चलत
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024
मैया मेरी आ जाओ || Maiya meri aa jao
मैया मेरी आ जाओ
ओ मैया मेरी आजाओ बुलाये तेरी बिटिया प्यारी
तेरी बिटिया प्यारी तेरी बिटिया प्यारी
तुझसे ही प्रीत लगाई मैंने
मिलने को तेरी आस लगायी है
ओ मैया तुझसे ही प्रीत लगाई मैंने
आजाओ मैया अब तो आजाना
ओ मैया मेरी आजाओ बुलाये तेरी बिटिया प्यारी
तेरा ही नाम रहे मेरे लब पे
तेरी प्यारी सूरत पे मई जाऊ सड़के
ले लो बलिया मेरी माँ सुनले तू विनती मेरी
ओ मैया मेरी आजाओ बुलाये बुलाये तेरी बिटिया प्यारी
जीवन के सुख दुःख क्या है जानू न मैं
माँ की है ममता कैसी जानू न मैं
विक्की शर्मा भी माँ कहे तुझको
बेटी बना ले मुझको तेरी
ओ मैया मेरी आजाओ बुलाये बुलाये तेरी बिटिया प्यारी
बुलाये तेरी बिटिया प्यारी बुलाये तेरी बिटिया प्यारी
सांवरी सूरत पे मोहन||Sanwali Surat Pe Mohan
सांवरी सूरत पे मोहन लिरिक्स | Sanwali Surat Pe Mohan Lyrics
सांवरी सूरत पे मोहन,
दिल दीवाना हो गया,
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे नैन तिरछे,
दुसरा काजल लगा,
तिसरा नजरें मिलाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे होँठ पतले,
दुसरा लाली लगी,
तिसरा तेरा मुस्कुरना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे हाथ कोमल,
दुसरा मेहंदी लगी,
तिसरा बंसी बजाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे पाव नाजुक,
दुसरा पायल बंधी,
तिसरा घुँघरू बजाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे भोग छप्पन,
दुसरा माखन धरा,
तिसरा खीचड़े का खाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे साथ राधा,
दुसरा रुक्मणी खड़ी,
तिसरा मीरा का आना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।
सांवरी सूरत पे मोहन,
दिल दीवाना हो गया,
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
कितना प्यारा है सिंगार | Kitana pyara hai singar
कितना प्यारा है सिंगार, की तेरी लेउ नज़र उतार, कितना प्यारा है, ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार, की तेरी लेउ नज़र उतार, कितना प्यारा है।। सांवरि...