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शनिवार, 14 दिसंबर 2024

ठुमक चलत रामचंद्र-Ram bhajan




 ठुमक चलत रामचंद्र



ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियांठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियांठुमक चलत रामचंद्र
किलकि-किलकि उठत धायकिलकि-किलकि उठत धाय, गिरत भूमि लटपटायधाय मात गोद लेत, दशरथ की रनियांठुमक चलत... बाजत पैंजनियांठुमक चलत रामचंद्र
अंचल रज अंग झारिअंचल रज अंग झारि, विविध भांति सो दुलारिविविध भांति सो दुलारितन मन धन वारि-वारि, तन मन धन वारितन मन धन वारि-वारि, कहत मृदु बचनियांठुमक चलत... बाजत पैंजनियांठुमक चलत रामचंद्र
विद्रुम से अरुण अधरविद्रुम से अरुण अधर, बोलत मुख मधुर-मधुरबोलत मुख मधुर-मधुरसुभग नासिका में चारु, लटकत लटकनियांठुमक चलत... बाजत पैंजनियांठुमक चलत रामचंद्र
तुलसीदास अति आनंदतुलसीदास अति आनंद, देख के मुखारविंददेख के मुखारविंदरघुवर छबि के समानरघुवर छबि के समान, रघुवर छबि बनियांठुमक चलतठुमक चलत रामचंद्रठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियांठुमक चलत रामचंद्र

भावार्थ- 

यह एक भक्ति गीत है जो भगवान राम की बाल लीलाओं का वर्णन करता है। इसमें भगवान राम की माता कौशल्या के द्वारा उनकी सेवा और प्यार का वर्णन किया गया है।

गीत में आगे कहा गया है कि भगवान राम की माता कौशल्या उन्हें अपनी गोद में लेती हैं और उनकी सेवा करती हैं। वह उनके अंचल को रजते हैं और उनके अंगों को झारिते हैं। वह भगवान राम को विभिन्न प्रकार से प्यार और स्नेह देती हैं।

गीत में आगे कहा गया है कि भगवान राम का मुख मधुर और सुंदर है, और उनकी नासिका में एक सुंदर चारु है। वह अपनी माता कौशल्या के साथ खेलते हैं और उनकी सेवा करते हैं।

इस गीत के मुख्य भावार्थ हैं:

1. भगवान राम की बाल लीलाएँ: इसमें भगवान राम की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया है।
2. माता कौशल्या का प्यार: इसमें माता कौशल्या के द्वारा भगवान राम को दिए गए प्यार और स्नेह का वर्णन किया गया है।
3. भगवान राम की सुंदरता: इसमें भगवान राम की सुंदरता और मधुरता का वर्णन किया गया है।
4. भक्ति और प्रेम: इसमें भगवान राम के प्रति भक्ति और प्रेम की भावना को व्यक्त किया गया है।
इस प्रकार, यह गीत भगवान राम की बाल लीलाओं और माता कौशल्या के द्वारा उनको दिए गए प्यार और स्नेह का वर्णन करता है, और भगवान राम के प्रति भक्ति और प्रेम की भावना को व्यक्त करता है
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आ लौट के आजा हनुमान तुम्हे श्री राम बुलाते है|| Lakshmanke bacha le pran

इस गीत के मुख्य भावार्थ हैं: 1. भगवान हनुमान की महिमा: इसमें भगवान हनुमान की महिमा और उनकी भक्ति का वर्णन किया गया है। 2. भगवान हनुमान की भक...