हिंदू धर्म में भगवान शिव को शंकर भोलेनाथ के रूप में पूजा जाता है, जो जीवन के हर पहलू में शक्ति, सुरक्षा, और मुक्ति के प्रतीक हैं।
शंकर भोलेनाथ के भजन करने से व्यक्ति को कई लाभ होते हैं:
धार्मिक महत्व
1. पापों का नाश: भगवान शिव को पापों का नाश करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है, इसलिए उनके भजन करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है।
2. मोक्ष की प्राप्ति: भगवान शिव को मोक्ष के देवता के रूप में पूजा जाता है, इसलिए उनके भजन करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
3. सुख और समृद्धि: भगवान शिव को सुख और समृद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है, इसलिए उनके भजन करने से व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
आध्यात्मिक महत्व
1. आत्म-शांति: भगवान शिव के भजन करने से व्यक्ति को आत्म-शांति की प्राप्ति होती है।
2. मानसिक शांति: भगवान शिव के भजन करने से व्यक्ति को मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।
3. आध्यात्मिक विकास: भगवान शिव के भजन करने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है।
सामाजिक महत्व
1. सामाजिक एकता: भगवान शिव के भजन करने से सामाजिक एकता को बढ़ावा मिलता है।
2. सामाजिक सौहार्द: भगवान शिव के भजन करने से सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलता है।
3. सामाजिक समरसता: भगवान शिव के भजन करने से सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलता है।
इस प्रकार, शंकर भोलेनाथ के भजन का महत्व बहुत अधिक है, और यह व्यक्ति के जीवन में कई लाभ प्रदान करता है
माथे जिनके चंदा सोहे गल सर्पो की माला,
ऐसा सर पल बिठाने वाला कोई और नही,
भोले नाथ से निराला गोरी नाथ से निराला कोई और नही
जिनका डमरू डम डम अगम निगम के भेद खोले,
ऐसा डमरू भ्जाने वाला और नही,
भोले नाथ से निराला गोरी नाथ से निराला कोई और नही
क्या जब जब करवट बदले भाग जाग ते अगले पिछले,
ऐसा मुझको बचाने वाला और नही,
भोले नाथ से निराला गोरी नाथ से निराला कोई और नही
तूने जग का कष्ट मिटाया मुझ्को स्वामी क्यों विश्राया
एसा जग का रखवाला कोई और नही,
भोले नाथ से निराला गोरी नाथ से निराला कोई और नही
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