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रविवार, 22 दिसंबर 2024

हे गजानन आपकी दरकार है |तर्ज-दिल के अरमा आंसुओं में बह गए|Ganesh BHajan


हिंदू धर्म में गणेश जी को ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। गणेश भजन करने से व्यक्ति को कई लाभ होते हैं:

धार्मिक महत्व

1. ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति: गणेश जी को ज्ञान और बुद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है, इसलिए गणेश भजन करने से व्यक्ति को ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
2. समृद्धि और सुख: गणेश जी को समृद्धि और सुख के देवता के रूप में भी पूजा जाता है, इसलिए गणेश भजन करने से व्यक्ति को समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।
3. विघ्नों का नाश: गणेश जी को विघ्नों का नाश करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है, इसलिए गणेश भजन करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले विघ्नों का नाश होता है।

आध्यात्मिक महत्व

1. आत्म-शांति: गणेश भजन करने से व्यक्ति को आत्म-शांति की प्राप्ति होती है।
2. मानसिक शांति: गणेश भजन करने से व्यक्ति को मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।
3. आध्यात्मिक विकास: गणेश भजन करने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है।

सामाजिक महत्व

1. सामाजिक एकता: गणेश भजन करने से सामाजिक एकता को बढ़ावा मिलता है।
2. सामाजिक सौहार्द: गणेश भजन करने से सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलता है।
3. सामाजिक समरसता: गणेश भजन करने से सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलता है।
इस प्रकार, गणेश भजन का महत्व बहुत अधिक है, और यह व्यक्ति के जीवन में कई लाभ प्रदान करता है

हे गजानन आपकी दरकार है 

हे गजानन आपकी दरकार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
हे गजानन आपकी दरकार है॥


शुभ घडी आई सुहानी आइये,
रिद्धि सिद्धि साथ अपने लाइये,
आपकी महिमा तो अपरम्पार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
हे गजानन आपकी दरकार है॥


सबसे पहले आपकी सेवा करे,
चरणों में सर को झुका वंदन करे,
पहनिए फूलों के लाए हार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
हे गजानन आपकी दरकार है॥


देवताओं का लगा जमघट यहाँ,
ये बताए आप अब तक है कहाँ,
हम सभी को आपका इंतजार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
हे गजानन आपकी दरकार है॥


श्याम भक्तो की विनय सुन लीजिये,
‘बिन्नू’ की अर्जी है दर्शन दीजिये,
आपसे उत्सव की जय जयकार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
हे गजानन आपकी दरकार है॥


हे गजानन आपकी दरकार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है,
हे गजानन आपकी दरकार है॥
गणेश भजन का महत्व बहुत अधिक है!

समीक्षा-  

यह एक भक्ति भजन  है जो भगवान गणेश की महिमा और उनके आगमन का स्वागत करता है। इसमें भगवान गणेश को गजानन के रूप में संबोधित किया गया है और उनके आगमन के लिए तैयारी की जा रही है।

गीत में आगे कहा गया है कि भगवान गणेश के आगमन से श्याम प्यारे का सजा दरबार सज जाता है, और उनकी महिमा अपरम्पार है। इसमें भगवान गणेश से अनुरोध किया गया है कि वे अपने भक्तों को दर्शन दें और उनकी सेवा करें।

गीत में आगे कहा गया है कि देवताओं का जमघट लग गया है और वे भगवान गणेश के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसमें भगवान गणेश से अनुरोध किया गया है कि वे अपने भक्तों की विनय सुनें और उन्हें दर्शन दें।

इस गीत के मुख्य भावार्थ हैं:

1. भगवान गणेश की महिमा: इसमें भगवान गणेश की महिमा और उनके आगमन का स्वागत किया गया है।
2. भगवान गणेश के आगमन का महत्व: इसमें भगवान गणेश के आगमन के महत्व का वर्णन किया गया है।
3. भगवान गणेश की सेवा: इसमें भगवान गणेश की सेवा और उनके चरणों में नमस्कार करने का महत्व बताया गया है।
4. भगवान गणेश के दर्शन का महत्व: इसमें भगवान गणेश के दर्शन के महत्व का वर्णन किया गया है


आ लौट के आजा हनुमान तुम्हे श्री राम बुलाते है|| Lakshmanke bacha le pran

इस गीत के मुख्य भावार्थ हैं: 1. भगवान हनुमान की महिमा: इसमें भगवान हनुमान की महिमा और उनकी भक्ति का वर्णन किया गया है। 2. भगवान हनुमान की भक...