भजन में आगे कहा गया है कि भगवान श्याम के चरणों में ही जीवन की सार्थकता है, और उनके प्रेम में ही जीवन की सच्ची खुशी है। इसमें भगवान श्याम की महिमा और उनके प्रति प्रेम को व्यक्त करने के लिए कई सुंदर और अर्थपूर्ण शब्दों का प्रयोग किया गया है।
इस भजन के मुख्य भावार्थ हैं:
1. भगवान श्याम की महिमा: इसमें भगवान श्याम की महिमा और उनके प्रति प्रेम को व्यक्त किया गया है।
2. प्रेम और समर्पण: इसमें भगवान श्याम के प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाया गया है।
3. जीवन की सार्थकता: इसमें कहा गया है कि भगवान श्याम के चरणों में ही जीवन की सार्थकता है।
4. सच्ची खुशी: इसमें कहा गया है कि भगवान श्याम के प्रेम में ही जीवन की सच्ची खुशी है
काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥
मन मोहन मैं तेरा दीवाना,
गाउँ बस अब यही तराना,
श्याम सलोने तू मेरा रिजवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
तु मेरा मैं तेरा प्यारे,
यह जीवन अब तेरे सहारे,
हाथ तेरे इस जीवन की पतवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
पागल प्रीत की एक ही आशा,
दर्दे दिल दर्शन का प्यासा,
तेरे हर वादे पे मुझे ऐतबार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
तुझको अपना मान लिया है,
यह जीवन तेरे नाम किया है,
चित्र विचित्र को बस तुमसे ही प्यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥