मंगलवार, 17 दिसंबर 2024

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो || payoji maine raam ratan dhan payo





आ आ आ आ आ
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
कृपा कर अपनायो
पायो जी मैंने कृपा कर अपनायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
आ आ आ आ आ
रे रे म ग ग ग रे नि रे ग म प ध प ग
ग म प नि सा ग म ग ग रे म ग रे सा
जन्म जन्म की पूंजी पाई
जन्म जन्म की पूंजी पाई
जग में सबी खुमायो
पायो जी मैंने जग में सबी खुमायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
आ आ आ आ आ
खर्च ना खूटे चोर ना लूटे
खर्च ना खूटे चोर ना लूटे
दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैंने दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
धिमता धेरेना धिमता धेरेना धेरेरेरेरेना धेरेरेना धेरे
सत की नाव खेवटिया सतगुरु
सत की नाव खेवटिया सतगुरु
भवसागर तऱयायो
पायो जी मैंने भवसागर तऱयायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
आ आ आ आ आ
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर
हर्क हर्क जस गायो
पायो जी मैंने हर्क हर्क जस गायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो

भावार्थ-

यह एक भक्ति गीत है जो भगवान राम की महिमा और उनके नाम की शक्ति का वर्णन करता है। इसमें कहा गया है कि भगवान राम का नाम एक अमोलिक वस्तु है जो सतगुरु की कृपा से प्राप्त होती है।

गीत में आगे कहा गया है कि भगवान राम का नाम जन्म जन्म की पूंजी है, जो जगत में सबी खुमायो प्रदान करती है। इसमें कहा गया है कि भगवान राम का नाम खर्च नहीं होता, चोर नहीं लूटते, और दिन दिन बढ़ता है।

गीत में आगे कहा गया है कि सतगुरु ने सत की नाव खेवटी है, जो भवसागर को तऱयाती है। इसमें कहा गया है कि मीरा के प्रभु गिरिधर नागर ने भगवान राम का नाम गाया है, जो हर्क हर्क जस से भरा है।

इस गीत के मुख्य भावार्थ हैं:

1. भगवान राम की महिमा: इसमें भगवान राम की महिमा और उनके नाम की शक्ति का वर्णन किया गया है।
2. सतगुरु की कृपा: इसमें सतगुरु की कृपा का महत्व बताया गया है।
3. भगवान राम का नाम: इसमें भगवान राम का नाम एक अमोलिक वस्तु बताया गया है।
4. भक्ति और प्रेम: इसमें भगवान राम के प्रति भक्ति और प्रेम की भावना को व्यक्त किया गया है।

इस प्रकार, यह गीत भगवान राम की महिमा और उनके नाम की शक्ति का वर्णन करता है, और सतगुरु की कृपा और भगवान राम के प्रति भक्ति और प्रेम की भावना को व्यक्त करता है

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